हरियाणा सरकार अनुसूचित जाति के उत्थान के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं चलाती रहती है , ताकि अनुसूचित जाति के लोग भी आत्मनिर्भर बन सकें। क्योकि अनुसूचित जाति के लोगों के पास इतना पैसा नहीं होता है कि वें अपना कोई व्यवसाय शुरू कर सकें। इसलिए हरियाणा सरकार अनुसूचित जाति के लोगो को आत्मनिर्भर बनने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है। हरियाणा सरकार अनुसूचित जाति के लोगों के लिए ग्रीन बिजनस योजना चला रही है। जिसके अंतर्गत हरियाणा सरकार अनुसूचित जाति के लोगों के लिए प्रदूषण रहित व्यवसाय (ई -रिक्शा ,संपीडित वायु वाहन , सौर ऊर्जा गैजेट्स , पोली हाउस) शुरू करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है। आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से हरियाणा सरकार द्वारा संचालित ग्रीन बिजनस योजना के विषय में सारी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान कर रहे है। अतः आप इस आर्टिकल को अंत तक ध्यान से पढ़ें तथा इस आर्टिकल में दी गई जानकारी को केवल अपने तक ही सीमित ना रखे बल्कि इस जानकारी को अन्य लोगों के साथ भी बांटें ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकें।
ग्रीन बिजनस योजना की पात्रता :-
1 निगम केवल उन अनुसूचित जाति के परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान करता है। जिनके परिवार की वार्षिक आय 3 लाख रूपये से अधिक ना हो।
2 प्रार्थी अनुसूचित जाति से सम्बन्ध रखता हो।
ग्रीन बिजनस योजना के लाभ :-
1 एन0एस0एफ0डी0सी0 के सहयोग से निगम विभिन्न आर्थिक विकास योजनाओं के लिए ऋण प्रदान करता है। जिसमे इकाई लागत 2 लाख रूपये तक हो सकती है
2 निगम योजना लागत का 10 प्रतिशत सीमांत धन (मार्जन मनि) प्रदान करता है।
3 भारत सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार , निगम योजना लागत का 50 प्रतिशत अनुदान के रूप में उपलब्ध करता है। अनुदान की अधिकतम सीमा 10,000 /- रूपये है।
ग्रीन बिजनस योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज :-
1 पहचान / नागरिकता पहचान (निम्नलिखित में से कोई एक)
आधार कार्ड
2 निवास प्रमाण – पत्र
राशन कार्ड
3 जाति प्रमाण – पत्र
अनुसूचित जाति।
ग्रीन बिजनस योजना के लिए आवेदन:-
ग्रीन बिजनस योजना के लिए फॉर्म खुद https://saralharyana.gov.in/ पर Apply कर सकते हैं या अपने किसी भी नजदीकी सीएससी सेन्टर पर जाकर भरवा करवा सकते हैं। इसके के बारे में कोई भी सवाल या जानकारी लेना चाहते हैं तो Comment करके पूछ ले सकते हैं। हमें आपकी मदद करके ख़ुशी होगी। आपने इस पोस्ट को बड़े ध्यान से पढ़ा इसके लिये आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।