शिक्षकों का दर्जा हमारे साधु संतो ने भगवान से भी बड़ा माना है इस बात का पता हमे संत कबीर द्वारा रचित श्लोक “गुरु गोविन्द दोउ खड़े, काके लागु पाये| बलिहारी गुरु आपने, जिन गोविन्द दियो मिलाये|| अतः हम कह सकते है कि गुरु का स्थान संत कबीर दास जी ने भगवान से भी ऊपर रखा है क्योकि गुरु अपने अनुभव और कठिन परिश्रम से छात्रों को इस योग्य बनाता है की वह अपने जीवन की बड़ी से बड़ी समस्याओ का समाधान आसानी से कर सके एक शिक्षक की सहायता से छात्र बड़ी से बड़ी उपलब्धि को प्राप्त कर लेता है शिक्षक कठिन परिश्रम और अनुभव से छात्र के भविष्य का निर्माण करता है आज शिक्षक के महत्व को पूरी दुनिया जानती है इसलिए एक सौ से ज्यादा देशो मेंशिक्षक दिवस बड़े उत्साहपूर्वक मनाया जाता है भले ही शिक्षक दिवस मनाने का तरीका सभी का एक जैसा न हो जैसे कुछ देशो मैं इस दिन अवकाश रहता है जबकि कुछ देश शिक्षक दिवस को कार्य करते हुए मनाते है
भारत में शिक्षक दिवस
भारत मेंशिक्षक दिवस मनाने की शुरुवात सन 1962 से हुई हमारे देश में शिक्षक दिवस भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन पर मनाया जाता है उन्होने अपने छात्रों तथा मित्रो से इच्छा जताई कि उनके जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाये देश के पहले उपराष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितम्बर 1888 को तमिलनाडु के तिरुमणि नामक गांव में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था बचपन से ही ये पढ़ाई लिखाई के शौकीन थे ये स्वामी विवेकानंद से काफी प्रभावित थे 1954 में इन्हे भारत रत्न से सम्मानित किया गया था डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का निधन 17 अप्रैल 1975 को चैन्नई में हुआ था
शिक्षक का महत्व
प्राचीन कल से ही शिक्षक के महत्व को स्वीकार किया जाता रहा है क्योकि कोई भी व्यक्ति बिना गुरु के उन्नति नहीं कर सकता है जीवन के प्रतेक क्षेत्र में व्यक्ति को किसी न किसी गुरु की आवश्कता जरूर पड़ती है इसलिए बिना गुरु के व्यक्ति कुछ भी नहीं कर सकता अतः विभिन साधु संतो ने गुरु के महत्व को अपने अपने मतानुसार परिभाषित करने का प्रयास किया है संत कबीर दास जी के अनुसार- ”सब धरती कागज करुँ लेखनी सब बनराय सात समुन्द्र की मसि करूँ गुरु गुण लिखा न जाय”
विभिन्न देशो में शिक्षक दिवस
आज विश्व के सभी देशो में शिक्षक दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है जैसे
भारत – 5 सितम्बर
पाकिस्तान – 15 अक्टूबर
संयुक्त राज्य अमेरिका – 6 मई
चीन – 10 सितंबर
रूस – 5 अक्टूबर
ऑस्ट्रेलिया – अक्टूबर के अंतिम शुक्रवार
सिंगापूर – 1 सितम्बर
ब्राजील – 15 अक्टूबर
हांगकांग – 15 अक्टूबर
ईरान – 2 मई
जापान – 5 अक्टूबर
इंग्लैंड – 5 अक्टूबर
जर्मनी – 3 जुलाई
आदि देशो में शिक्षक दिवस मनाया जाता है